A Review Of piles treatment in bangalore
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बवासीर के लिए कौन-कौन से घरेलू उपाय सबसे प्रभावी हैं?
शरीराच्या वेगवेगळ्या भागात होणाऱ्या वेदना कोणत्या आजाराचे संकेत देतात?
बवासीर में गुदा के भीतर या बाहर छोटी गाठें या मस्से बन जाते हैं।
सही पोषण, स्वच्छता और समय पर डॉक्टर की सलाह से बवासीर का उपचार संभव है।
बैठने या चलने में अधिक परेशानी नहीं होती।
हां, सभी स्वास्थ्य बीमा योजनाएं पाइल्स रोग के उपचार को कवर करती हैं। कागजी कार्रवाई हमारी टीम द्वारा आपकी ओर से सुगम अनुमोदन और कैशलेस सुविधा सुनिश्चित करने के लिए किया जाएगा।
बवासीर वाली जगह को काटने के लिए स्केलपेल का उपयोग करना।
महिलाओं में प्रसव के दौरान गुदा क्षेत्र पर दबाव पड़ने से बवासीर होने का खतरा रहता है।
जैतून के तेल में सूजन ठीक करने वाले गुण होते हैं। यह रक्तवाहिकाओं में आई सूजन को कम करता है। जैतून के तेल को बादी बवासीर के मस्सों पर लगाएं।
शौच के बाद भी पेट साफ ना हेने का आभास होना।
छाछ को बवासीर में अमृत माना जाता है। इसमें काला नमक और भुना हुआ जीरा मिलाकर पिएं। यह पाचन click here तंत्र को मजबूत करता है और कब्ज को दूर करता है।
जनरल सर्जन - गुदा रोग विशेषज्ञ (प्रोक्टोलॉजिस्ट)
आराम पाने के लिए आराम, पौष्टिक आहार और सफाई का ध्यान रखें।
मोटापा: पेट बढ़ने के कारण गुदा की मांसपेशियों में दबाव बढ़ता है। इससे बवासीर होने की संभावना बढ़ जाती है।